जलमार्ग परिवहन का सबसे सस्ता साधन है, असम के जल परिवहन विभाग के तीन अधिकारियों को निलंबित: ©Provided by Bodopress |
जलमार्ग परिवहन का सबसे सस्ता साधन है। जलमार्गों के लिए न तो निर्माण लागत और न ही रखरखाव की लागत की आवश्यकता होती है क्योंकि वे नदियों, झीलों, समुद्रों और महासागरों को राजमार्गों के रूप में उपयोग करते हैं। वे भारी और भारी कच्चे माल के परिवहन के लिए उपयुक्त हैं। जलमार्ग परिवहन का ईंधन कुशल और पर्यावरण के अनुकूल साधन है।
आंतरिक जल परिवहन एक सस्ता, ईधन प्रभावी तथा पर्यावरण अनुकूल तरीका है, जो भारी वस्तुओं की दुलाई हेतु उपयुक्त होता है और साथ ही रोजगार निर्माण की व्यापक क्षमता रखता है। किंतु, भारत के कुल यातायात में आंतरिक जल परिवहन का अंश केवल एक प्रतिशत है। भारत में नदी तंत्रों का 14500 किलोमीटर क्षेत्र नौचालन योग्य है।
जल परिवहन-परिवहन के सभी साधनों में यह सबसे सस्ता साधन है। इसके लिए मार्गों का निर्माण नहीं करना पड़ता। सभी महासागर आपस में जुड़े होने के कारण छोटे-बड़े सभी प्रकार के जहाजों से यात्रियों व भारी-भरकम सामान को विश्व के किसी भी कोने में आसानी से ले जाया जा सकता है। जल में कम घर्षन के कारण ऊर्जा लागत अपेक्षाकृत कम आती है।
असम के जल परिवहन विभाग के तीन अधिकारियों को निलंबित
नाव हादसों के लिए एनलैंड जल परिवहन विभाग (आईडब्ल्यूटीडी) के अधिशासी अभियंता बिक्रमदित्य चौधरी को दो बार निलंबित किया जा चुका है। विशेष रूप से, पहले, वह 2018 उत्तरी गुवाहाटी त्रासदी में और अब माजुली त्रासदी में निलंबित कर दिया गया था । असम के जोरहाट जिले के निमतीघाट में ब्रह्मपुत्र नदी में बुधवार को नाव पलटने के मामले में अंतर्देशीय जल परिवहन विभाग के तीन अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया है।
सूत्रों ने बताया कि असम के परिवहन मंत्री चंद्र मोहन पटोवरी ने इस दुखद नौका दुर्घटना के बाद IWTD के तीन अधिकारियों को निलंबित करने का आदेश दिया है । निलंबित अधिकारी अधिशासी अभियंता विक्रमादित्य चौधरी, सहायक अधिशासी अभियंता (प्रभारी) मुकुट गोगोई और कनिष्ठ अभियंता रतुल तमाड़ हैं। लापता नाव यात्रियों को बचाने के लिए नेशनल डिजास्टर रिस्पांस फोर्स (NDRF) और एसडीआरएफ के कर्मियों ने तलाशी अभियान शुरू किया।
असम के मुख्यमंत्री दुर्घटना स्थल का दौरा
इस बीच, असम के मुख्यमंत्री डॉ. हिमांता बिस्वा सरमा ने आज नौका दुर्घटना स्थल का दौरा किया, जहां कल जोरहाट जिले के निमतीघाट के पास ब्रह्मपुत्र में एक यात्री नौका डूब गई और NDRF और SDRF द्वारा वर्तमान स्थिति और बचाव कार्य का जायजा लिया गया । CM ने मशीन बोट से करीब 45 मिनट तक रेस्क्यू ऑपरेशन की निगरानी की। मुख्यमंत्री के दौरे के दौरान DGP भास्कर ज्योति महंत भी मौजूद थे।
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