I am a woman, not a wood, to burn me like ashes, I am not a tree that you should cut me like twigs.
Full Video: Mere Papa Speech | Mere Papa Aisa Hi Hain | Kajal Sah | Kolkata: ©Provided by Bodopress/Kajal Sah |
कविता - नारी
हूं
नारी हूं
,लकड़ी नहीं
कि जला दो
मुझे किसी राख की तरह
मैं पेड़
नहीं कि तू काट दे मुझे
टहनियों की
तरह।
मैं कुल्हाड़ी
नहीं कि तू मुझे
चढ़ा दे किसी
सोच की तरह
मैं नारी हूं,पत्तियां नहीं
कि तू मुझे
जला दे अपने
इच्छाओ की
तरह।
मैं नारी
हूं,कोई चूल्हा नहीं
कि तू मुझपर
चढ़ा दे
सारे अपराध
तेरा।
मैं चिड़िया
नहीं कि तू मुझे
बंद कर दे,कैद
पक्षी की तरह
मैं नारी
हूं,खिलौना नहीं की
तू मुझे तोड़
दे
किसी कांच
की तरह
मैं नारी
हूं,जोश की भरी
एक बेटी हूं।
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धन्यवाद🙏काजल
साह(स्वरचित)
Kajal Sah
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