निबंध : खुश रहने का मूल मंत्र और खुश रहने का राज, विश्वास करें और विश्वास जीतें: ©Provided by Bodopress |
21 Sep 2021: विश्वास करें और विश्वास जीतें यही खुश रहने का मूल मंत्र है। आत्मविश्वास से इसकी शुरुआत होती है। ध्यान बांटें- जो बात आपको ज्यादा परेशान कर रही है उससे अपना ध्यान हटा कर उन बातों की तरफ कीजिए जो आपको अच्छी लगती है।
खुश रहने का राज छुपा है आपकी दिन की शुरुआत में। किस तरह से आप दिन की शुरुआत करते हैं और सुबह क्या करते हैं इसपर बहुत कुछ निर्भर करता है आपका दिन। दिनभर खुश रहना चाहते हैं तो सुबह उठकर भागदौड़ ना हो और आराम से सुकून भरी दिन की शुरुआत हो तो इसके चीजों को अपने जगह पर रखे।
जीवन छोटी- सी है ,और यह जीवन हमें बार बार नहीं मिलती इसलिए हमें कोशिश करना चाहिए कि हमें हमेशा अपने जीवन में खुश और अपने सपने को हकीकत का ख़्वाब बनाने का, अपने जीवन को सुन्दर और बर्बाद बनाना हर मनुष्य के हाथ में होता है। अगर वो चाहे तो अपने जीवन को सुन्दर भी बना सकता है और नरक भी इसलिए हर आज के वर्तमान में किया गया मेहनत ही हमें सुनहरा कल दे सकती है।
इसलिए हमें कभी भी भूतकाल को याद करके अपने वर्तमान को ख़राब नहीं करना चाहिए, अगर हम अपने जीवन में ऐसा करेंगे तो हम जरूर ही खुश हो जायेगे, और बड़ी जोश से अपना काम करेंगे इसलिए भूतकाल में नहीं जीना है। हमें अपने वर्तमान को सुनहरा बनाना है अपनी मेहनत से।
जीवन में हमें तनाव से दूर और खुशी के नज़दीक रहना चाहिए, जब खुशी होंगी तब जीवन में ऊर्जा से भरा गुजरेगा, इसलिए जीवन में हमें कोशिश करते रहना चाहिए कि हम कभी भी अपने जीवन में तनाव को नहीं लाएंगे।
नकारात्मक सोच, और नकारात्मक लोगों से दूर रहने कि पूरी कोशिश हमें करते रहना चाहिए, क्युकी ऐसे व्यक्ति ही हमें बहुत तनाव में धकेल देते है जिसके कारण हम अपने जीवन में खुश नहीं रह पाते, जब इन लोगों से दूर हम हो जाएंगे तब हम जरूर सफल और अपने जीवन में खुश रह पाएंगे।
काजल साह |
धन्यवाद : काजल साह ' :स्वरचित
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